Vikas dubey: संपत्ति पर संपत्ति बनाता गया, विकास के आर्थिक अपराध को रोकने और कालेधन को पकड़ने में नाकाम रही हर एजेंसी
हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे की जिंदगी एक ऐसी किताब है, जिसका कोई भी पन्ना खोल दिया जाए, उसमें सरकार और सरकारी एजेंसियों की नाकामी की दास्तान छिपी मिलती है।
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